उत्तराखंड के श्रीनगर (गढ़वाल) में घूम रहे फर्जी बाबाओं के खिलाफ पुलिस ने चलाया 'ऑपरेशन कालनेमी'। पूछताछ के बाद दी सख्त चेतावनी। जानें पूरी खबर।
उत्तराखंड के श्रीनगर (गढ़वाल) इलाके में इन दिनों एक अजीब सा माहौल बना हुआ है। यहां कुछ ऐसे बाबा और साधु-संत नजर आ रहे थे, जिनकी गतिविधियां लोगों को संदेहास्पद लगीं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने “ऑपरेशन कालनेमी” चलाकर इन बाबाओं पर निगरानी शुरू कर दी।
श्रीनगर में बढ़ रही थी फर्जी बाबाओं की आवाजाही
बीते कुछ दिनों से श्रीनगर शहर और आसपास के इलाकों में कई ऐसे बाबाओं का आना-जाना बढ़ गया था, जिनकी न तो कोई स्थानीय पहचान थी और न ही कोई धार्मिक संस्था से सीधा संबंध। ये बाबा अलग-अलग जगहों पर डेरा डालकर लोगों को कथित चमत्कारों और डर के जरिए प्रभावित कर रहे थे। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि ये बाबा ज्योतिष या तंत्र-मंत्र के नाम पर पैसों की मांग कर रहे थे।
पुलिस का सक्रिय रुख: जगह-जगह की गई चेकिंग
स्थानीय लोगों की शिकायत और सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल वीडियो के बाद पुलिस हरकत में आई। श्रीनगर कोतवाली पुलिस ने टीम बनाकर इन बाबाओं की पहचान शुरू की। अलग-अलग इलाकों में लगे टेंट, ढाबों और सड़कों पर घूम रहे इन साधु-संतों से पूछताछ की गई।
कई लोगों से आधार कार्ड और यात्रा का उद्देश्य पूछा गया। जिनके पास पहचान पत्र नहीं थे, उन्हें थाने लाकर पूछताछ की गई। हालांकि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन सभी को सख्त चेतावनी दी गई है कि वे किसी भी तरह की ठगी या अंधविश्वास फैलाने की कोशिश न करें।
ऑपरेशन का नाम क्यों पड़ा "कालनेमी"?
पुलिस ने इस विशेष कार्रवाई को “ऑपरेशन कालनेमी” नाम दिया है। हिंदू पौराणिक कथा के अनुसार, कालनेमी एक ऐसा राक्षस था जो खुद को साधु का रूप देकर लोगों को धोखा देता था। इस नाम के जरिए पुलिस ने साफ संदेश दिया कि अब फर्जी बाबाओं के लिए कोई जगह नहीं है।
स्थानीय लोगों ने पुलिस की सराहना की
पुलिस की इस कार्रवाई को आम जनता का समर्थन मिला है। लोगों ने बताया कि हाल के दिनों में ऐसे लोगों की गतिविधियों से बच्चों और महिलाओं में डर का माहौल बन गया था। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि ये बाबा झाड़-फूंक के नाम पर मोटी रकम वसूल रहे थे और बिना अनुमति के ठहर भी रहे थे।
पुलिस की अपील: कोई भी संदिग्ध दिखे तो तुरंत सूचित करें
श्रीनगर कोतवाली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी बाबा या साधु संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त नजर आए तो उसकी तुरंत जानकारी पुलिस को दें। साथ ही किसी भी चमत्कार या डर दिखाकर पैसे मांगने वालों से सावधान रहें।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- प्र. ऑपरेशन कालनेमी क्या है?
उत्तर: यह एक विशेष पुलिस अभियान है जो श्रीनगर (गढ़वाल) में फर्जी बाबाओं की पहचान और जांच के लिए चलाया गया। - प्र. क्या सभी बाबाओं को गिरफ्तार किया गया?
उत्तर: नहीं, पुलिस ने पूछताछ की और जिनके दस्तावेज ठीक थे, उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा गया। - प्र. क्या ये बाबा किसी अपराध में शामिल थे?
उत्तर: अब तक ठगी या किसी कानूनी अपराध का स्पष्ट प्रमाण नहीं मिला, लेकिन इनकी गतिविधियां संदेहास्पद थीं। - प्र. आम जनता को क्या करना चाहिए?
उत्तर: अगर कोई संदिग्ध साधु या बाबा दिखे तो उसकी जानकारी नजदीकी पुलिस थाने को दें।
निष्कर्ष:
श्रीनगर गढ़वाल की शांति और धार्मिक आस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस का यह कदम सराहनीय है। ऐसे समय में जब लोग आस्था के नाम पर ठगे जा रहे हैं, “ऑपरेशन कालनेमी” जैसे अभियान जरूरी हैं ताकि फर्जी लोगों की पहचान हो और समाज में सुरक्षा का भाव बना रहे। Explore Baaz UK ऐसे ही सटीक और जनहित वाली खबरें आप तक पहुंचाता रहेगा।