साँवली सलोनी तेरी झील-सी आँखें Saloni Teri (Kumar Sanu, Alka Yagnik)

                  साँवली सलोनी तेरी झील-सी आँखें Saloni Teri Kumar Sanu, Alka Yagnik Ke Sur 





           
                     
          मैंने कोरे दिल पे हमदम
          तेरा नाम लिखा है
  सुबह-शाम लिखा है
रूप है तेरा मेरी आँखों में
खुशबू है तेरी मेरी साँसों में
चेहरे को ऐसे चूमे ज़ुल्फ़ें तुम्हारी
जैसे के लहरों से मिल जाये कोई साहिल
सांवली सलोनी तेरी

तू ख्यालों में ख़्वाबों में
हर पल तेरी बातें
जैसे तैसे दिन कटता है
कटती नहीं हैं रातें
नींद तूने लूटी, चैन मेरा छीना
बिन तेरे नहीं, अब हमें जीना
लगती है ऐसे तेरे होठों की लाली
जैसे की फूलों में हो दिन का रंग शामिल
सांवली सलोनी तेरी

एक टिप्पणी भेजें

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

और नया पुराने